चलते चलते, मेरे ये गीत याद रखना
कभी अलविदा ना कहना, कभी अलविदा ना कहना
रोते हँसते, बस यूँ ही तुम गुनगुनाते रहना
कभी अलविदा ना कहना, कभी अलविदा ना कहना
प्यार करते, करते हम तुम कही खो जायेंगे
इन ही बहारों के आँचल में थक के सो जायेंगे
सपनों को फिर भी तुम यूँ ही सजाते रहना
बीच राह में दिलबर, बिछड जाए कभी हम अगर
और सूनी सी लगी तुम्हें, जीवन की ये डगर
हम लौट आयेंगे, तुम यूँ ही बुलाते रहना
Kishore Kumar еще тексты
Оценка текста
Статистика страницы на pesni.guru ▼
Просмотров сегодня: 1