कोरस:
ये कुड़ियाँ नशे दियाँ पुड़ियाँ
ये मुंडे गली के गुंडे
ये कुड़ियाँ नशे दियाँ पुड़ियाँ
ये मुंडे गली के गुंडे
नशे दियाँ पुड़ियाँ
गली के गुंडे
ब: हो, हो
महंदी लगाके रखना, डोली सजाके रखना
महंदी लगाके रखना, डोली सजाके रखना
लेने तुझे ओ गोरी, आएंगे तेरे सजना
महंदी लगाके रखना, डोली सजाके रखना, ओ हो, ओ हो
ल: ओ, आ
सहरा सजाके रखना, चहरा छुपाके रखना
सहरा सजाके रखना, चहरा छुपाके रखना
ये दिल की बात अपने, दिल में दबाके रखना
कोरस:
सहरा सजाके रखना, चहरा छुपाके रखना
महंदी लगाके रखना, डोली सजाके रखना
होय, होय, होय
होय, होय, होय
ब: उड़ उड़के तेरी ज़ुल्फ़ें, करती हैं क्या इशारे
दिल थाम के खड़े हैं, आशिक सभी कंवारे
ल: छुप जाए सारी कुड़ियाँ, घर में शर्म के मारे
गाँव में आ गए हैं, पागल शहर के सारे
ब: नज़रें झुकाके रखना, दामन बचा
Lata Mangeshkar & Udit Narayan еще тексты
Оценка текста
Статистика страницы на pesni.guru ▼
Просмотров сегодня: 1