जग जा री गुडिया, मिसरी की पुडिया मीठे लगे दो नैना, नैनो में तेरे हम ही बसे थे हम ही बसे हैं, हैं ना - (२) ओ री रानी, गुडिया जग जा, अरी जग जा, मारी जग जा जग जा री गुडिया, मिसरी की पुडिया मीठे लगे दो नैना हल्का सा कोसा, सुबहो का बोसा मन जा री, अब्ब जग जा नाक पे तेरे, कटेगा बिच्छु, जग जा तू मन jaa जो चाहे ले लो, दशरथ का वादा नैनो से खोलो जी रैना ओ री रानी, गुडिया जग जा, अरी जग जा, मुई जग जा किरणों का सोना, ओस के मोटी, मोतियों सा मोगरा तेरा बिचौना, भर भर के दारु, गुलमोहर का टोकरा और जो भी चाहो, मांगो जी मांगो, बोलो जी मेरी मैना ओ री रानी, गुडिया जग जा, अरी जग जा, मुई जग जा जग जा री गुडिया ..... जग जा री गुडिया, मिसरी की पुडिया मीठे लगे दो नैना, नैनो में तेरे हम ही बसे थे हम ही बसे हैं, हैं ना .....