तू बिन बताये मुझे ले चल कहीं जहाँ तू मुस्कुराये मेरी मंजिल वहीं तू बिन बताये मुझे ले चल कहीं जहाँ तू मुस्कुराये मेरी मंजिल वहीं मीठी लगी, चख के देखी अभी मिश्री की डली, ज़िन्दगी हो चली जहाँ हैं तेरी बाहें मेरा साहिल वहीं तू बिन बताये मुझे ले चल कहीं जहाँ तू मुस्कुराये मेरी मंजिल वहीं
मन की गली तू फुहारों सी आ भीग जाए मेरे ख्वाबों का काफिला जिसे तू गुनगुनाये मेरी धुन है वहीं तू बिन बताये मुझे ले चल कहीं जहाँ तू मुस्कुराये मेरी मंजिल वहीं